रविवार, 12 दिसंबर 2010

JEEVAN KA SACH

  


  • जीवन का आनंद गौरव के साथ , सम्मान के साथ और स्वाभिमान के साथ  जीने में है .
  • उस व्यक्ति से अधिक गरीब कोई और नहीं जिसके पास केवल धन है --
  • श्रेष्ठ व्यक्ति शब्द में सुस्त और कार्य में चुस्त होते हैं .
  •  जिस वृक्ष में जितने अधिक फल लगे होते हैं ,वह उतना ही अधिक    झुका  हुआ होता है .
  •  आलस्य  और सफलता एक साथ नहीं रह सकते .                   
  • अभागा वह है जो संसार के सबसे पवित्र धर्म कृतज्ञता को भूल जाता    है  .
  • अहंकारी व्यक्ति केवल अपने ही महान कार्यों का वर्णन करता है और  दूसरों के केवल बुरे कर्मों का . ----------स्पिनोजा  
  •  संसार का सबसे मुश्किल कार्य स्वयं को जानना है .
  • कम बोलना और अधिक सुनना श्रेष्ठ ज्ञानियों के लक्षण हैं .
  •  जब लगे कि हम  बहुत  दुखी हैं, तब हमें अपने से निम्नस्तर की ओर         देखना चाहिए .तब हमें अपना दुःख बहुत छोटा लगने लगेगा .
  • संसार के सबसे अभागे व्यक्ति वो होते हैं जिनके दुःख में कोई दुखी नहीं होता .
  • सदैव याद रखें कि ईश्वर प्रतिमा में नहीं हमारी पवित्र भावनाओं में निवास करता है
  • आप वही हैं जो आप अपने बारे में सोचते हैं ,आपकी सोच आपके कर्म और व्यवहार में प्रतिबिंबित होती है ,धीरे-धीरे दुनिया आपके बारे में वही सोचने लगती है जो आप स्वयं अपने बारे में सोचते हैं ..
  •  सदैव प्रयत्न करने वाले के जीवन में आशा ही आशा है .  
  •  सदैव याद रखें बड़े-बजुर्गों के आशीर्वाद और अनुभवों से हम बड़ी से  बड़ी मुश्किल पर भी विजय प्राप्त कर सकते हैं.
  • सदैव याद रखना चाहिए कि बुज़ुर्ग जीवन के विस्तृत अनुभवों और संस्कारों की अमूल्य निधि हैं .

1 टिप्पणी:

Pramod ने कहा…

kya ye ahankar ya accha hone ka darshana nahi ke hum logo ke nazar me acchna hona chahte hai. sacchai to yehi hai ke hum kosis wahi karte hai jo hum hai nahi. kya ankh bandh kar anubhavi bujorgo ko lathi maan kar chalna hi zindigi hai? agar unse kuchh achha mila hai to kuchh buda bhi to mila hai. jaat-paat, wad-wiwad, uchh-nich. rahim kavir kitno ne mitane ka kosish kiya lekin humare bare bujogro ke wajh se he ye sub aaj bhi bana hua hai.